छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा विभाग में घोटाला: सरकारी गाड़ी में पेट्रोल भरवाने के नाम पर लाखों का भ्रष्टाचार, बाबू सस्पेंड

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Chhattisgarh Petrol Scam रायपुर : छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा विभाग में एक बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। सरकारी गाड़ी में पेट्रोल भरवाने के नाम पर लाखों रुपये का भ्रष्टाचार किया गया। जांच के बाद इस घोटाले में रायपुर क्षेत्रीय कार्यालय के सहायक ग्रेड-02 बाबू आकाश श्रीवास्तव को दोषी पाया गया। जांच में पाया गया कि जिस गाड़ी का इस्तेमाल नहीं हुआ, उसी गाड़ी में छह महीने में छह लाख रुपये का पेट्रोल भरा गया। यह पूरा घोटाला बेहद सुनियोजित तरीके से किया गया था, ताकि किसी को शक न हो।

अन्य वित्तीय गड़बड़ियों का भी हुआ पर्दाफाश

Chhattisgarh Petrol Scam उच्च शिक्षा विभाग के अंदर वित्तीय अनियमितताओं की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। एक वर्ष से विभाग में ‘वर्क फ्रॉम होम’ की सुविधा का फायदा उठाकर कुछ अधिकारी और कर्मचारी गड़बड़ियां कर रहे थे। सरकारी गाड़ी के लिए जो ईंधन खरीदा गया था, वह वास्तव में इस्तेमाल ही नहीं किया गया। जब गाड़ी का माइलेज और उपयोग की गई ईंधन की मात्रा की तुलना की गई, तो बड़ा अंतर मिला। सिर्फ पेट्रोल ही नहीं, बल्कि अन्य वित्तीय गड़बड़ियों का भी पता चला। विभाग के चार फर्जी कर्मचारियों के नाम पर हर महीने 10-10 हजार रुपये का वेतन निकाला गया। यह सिलसिला पूरे दस महीने तक चला, जिससे सरकार को बड़ा नुकसान हुआ। लगभग 18,55,289 रुपए का गबन किया जाना पाया गया है.

कार्यालय में कार्यरत ही नहीं थे ये चार फर्जी कर्मचारी

Chhattisgarh Petrol Scam विभाग के ये चार फर्जी कर्मचारी कार्यालय में कार्यरत ही नहीं थे, लेकिन उनके नाम से वेतन निकाला जाता रहा। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि इसमें कई और अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं, जिनकी भूमिका की जांच की जा रही है। छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त जनक पाठक ने इस घोटाले को गंभीरता से लिया और तत्काल प्रभाव से आरोपी बाबू को निलंबित करने का आदेश जारी किया। आकाश श्रीवास्तव (सहायक ग्रेड-02) को निलंबन के दौरान नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।

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