सामान्य सभा में पहुंचे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता। निगम की कार्यप्रणाली पर ही खड़े कर दिए सवाल। एक ने कहा पार्षद यहां एक दूसरे को बेवकूफ बना रहे पर जनता नहीं बनेगी। सीनियर नेता ने कहा अवैध प्लाटिंग,ठगी में क्यों नहीं हो रही FIR
- विधायक सत्यनारायण शर्मा और संसदीय सचिव विकास उपाध्याय पहुंचे नगर निगम
रायपुर। गुरुवार को रायपुर नगर निगम की सामान्य सभा की बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में शहर विकास समेत निगम का राजस्व बढ़ाने समेत के अलग-अलग 10 प्रस्तावों पर चर्चा हुई लेकिन इस बार की सामान्य सभा में चौंकाने वाली घटना हुई।
सामान्य सभा में वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक सत्यनारायण शर्मा और संसदीय विकास उपाध्याय पहुंचे। दोनों ने सामान्य सभा में पार्षदों को संबोधित किया लेकिन भाषण के दौरान जो कहा उससे निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा हो गया है।
इधर समय एजेंडा शेष रह जाने पर सभापति प्रमोद दुबे ने शुक्रवार तक सामान्य सभा स्थगित कर दी है।
बता दें कि नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने गुरुवार को नगर निगम की सामान्य सभा बुलाई थी। सभा की शुरुवात प्रश्नकाल से हुई जिसमें पार्षदों द्वारा
विकास कार्यों अन्य विषय पर भार साधक सदस्य जवाब दे रहे थे।
प्रश्नकाल के दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक सत्यनारायण शर्मा और संसदीय सचिव विकास उपाध्याय भी जनप्रतिनिधियों द्वारा आमंत्रित करने पर सभा में पहुंचे। सभापति प्रमोद दुबे ने दोनों नेताओं से सभा को संबोधित करने कहा पर जैसे ही
विधायक सत्यनाराणय शर्मा ने अपना उद्बोधन शुरु किया तो निगम अधिकारी, सभापति, महापौर समेत कांग्रेसी नेता हड़बड़ा गए।
विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा की रायपुर में धड़ल्ले से अवैध प्लांटिंग हो रही है लेकिन इस पर कार्रवाई नहीं हो रही,बिल्डर नाले पाट कर प्लाटिंग कर रहे हैं यह गंभीर विषय है।
बीएसयूपी मकान दिलाने के नाम पर ठगी हो रही है लेकिन इस पर भी कार्रवाई नहीं की जा रही है…अधिकारियों को इस पर ध्यान देना चाहिए।
सत्यनारयण शर्मा ने कहा की स्ट्रीट लाइट बंद होने से अंधेरे में अपराध की आशंका बढ़ा जाती है, स्ट्रीट लाइट पर खास ध्यान देने की जरुरत है।
सफाई व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए शर्मा ने कहा की आए दिन शिकायत होती है सफाई कर्मी कम है कई जगह सफाई नहीं हो रही इस पर खासा ध्यान देने की जरुरत है।विधायक ने भाषण खत्म करने से पहले अवैध प्लाटिंग पर सवाल खड़ा किया।
विधायक सत्यनारायण शर्मा के बाद संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने कहा की भाजपा पार्षद
सुर्यकांत राठौर ने फाफाडीह, भाठागांव समेत अन्य जगहों पर अवैध प्लाटिंग की बात की है..लेकिन बड़ा सवाल है की जब अवैध प्लाटिंग शुरु होती है उस समय पार्षद इसकी शिकायत कर fir क्यो दर्ज नहीं कराते।
विकास उपाध्याय ने कहा की पार्षद यहां बैठ कर एक दूसरे को बेवकूफ बना सकते हैं लेकिन जनता को नहीं, पार्षद जनता को बेवकूफ बनाने का प्रयास न करें…कांग्रेसी नेताओं के इस बयान पर भाजपा के प्रवक्त मृत्युंजय ने कहा की दोनों नेता व्यथित हैं ।
इसलिए मजबूरी में उन्हे सदन पर आकर सार्वजनिक रुप से शिकायत करनी पड़ी क्योंकि उनकी भी सुनवाई नहीं हो रही..इस पूरे मामले में महापौर एजाज ढेबर ने कहा की अवैध प्लाटिंग भाजपा की देन है।
20 साल के इतिहास में पहली बार बिल्डरों पर कार्रवाई हो रही है..यहा भाजपा शासन काल में कभी नहीं हुआ..मामला अब पुलिस के पास में कार्रवाई को लेकर पुलिस से सवाल करना होगा
। कांग्रेसी नेताओं के जाने के बाद सभापति प्रमोद दुबे ने कार्रवाई आगे बढ़ाई।
सभा में पहला प्रस्ताव पेश हुआ जिसमें तेलीबांधा स्थित अवंति विहार तालाब का लगभग 13 करोड़ रुपए में सौदर्यीकरण का प्रस्ताव हुआ..इसमें विपक्ष ने महापौर परिषद को जमकर घेरा लेकिन संख्या बल पर प्रस्ताव पास हो गया। इन प्रस्ताव के अलावा..जवाहर बाजार, अग्रसेन चौक मंगलम भवन,नेताजी सुभाष स्टेडियम, डूमरतराई में निर्मित दुकानों की निविद उपरांत आबंटन का प्रस्ताव पेश कर पारित किया गया।
इनमें जवाहर बाजार की दुकानों की निविदा में गड़बड़ी की आशंका दिखने पर सदन में जोरदार हंगामा हुआ।
इसके बाद डूमरतराई, जय स्तंभ चौक के पास नगर निगम के पुराने मुख्यालय की जमीन को मौनेटाइजेशन ऑफ एसेट्स के तहत बेचने के प्रस्ताव पेश हुआ जिसे संख्या बल के आधार पर पास कर दिया गया।
अंतराज्यीय बस स्टैंड के संचालन रायपुर जिला अर्बन पब्लिक सर्विस सोसायटी का गठन करने का प्रस्ताव, आक्सीजोन के पास से हटाए गए 70 दुकानदारों को कालीमाता वार्ड में विस्थापन के तहत दुकान देने का प्रस्ताव और चौराहों के नाम करण का प्रस्ताव पारित किया गया।
हालांकि नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने महापौर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की महापौर संख्या बल के दम पर मनमानी कर रहे हैं। निविदा की प्रक्रिया में पारिदर्शिता नहीं है
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