Puri Jagannath Temple: पुरी के जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) से जुड़ी एक विचित्र और रहस्यमयी घटना इन दिनों सुर्खियों में है। मंदिर के ध्वज के साथ एक चील की असामान्य गतिविधि का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने लोगों को हैरान कर दिया है। वीडियो में दिख रहा है कि चील मंदिर के शिखर पर लहराते ध्वज को अपने पंजों में पकड़ कर उसके चारों ओर मंडरा रही है।
जगन्नाथ मंदिर की ध्वजा एक पक्षी ले गया वीडियो की पुष्टि नहीं पर ये कोई अपसुकून हो सकता है pic.twitter.com/26xEmoFd2J
— Satya Chaudhary (@satyagodara) April 13, 2025
Puri Jagannath Temple: यह दृश्य न सिर्फ भक्तों के लिए चौंकाने वाला है, बल्कि कई लोग इसे एक अशुभ संकेत मान रहे हैं। इस घटना को लेकर कुछ लोग यह भी दावा कर रहे हैं कि यह किसी अनहोनी की ओर इशारा कर सकता है, जैसा कि पहले भी कुछ अनजानी घटनाओं में हुआ था। अब सवाल उठ रहा है कि क्या यह घटना वास्तव में किसी बड़े बदलाव की ओर इशारा करती है, या यह सिर्फ एक संयोग है? इस घटना के बारे में जानने के लिए लोग अब और भी उत्सुक हो गए हैं, क्योंकि इससे पहले भी मंदिर से जुड़ी कुछ अन्य घटनाओं ने समय-समय पर बड़ा उलटफेर या परिवर्तन लाया था। इस दृश्य को देखकर लोग हैरान हैं और इसके पीछे कोई संकेत या अपशकुन मान रहे हैं।
क्या है लोगों की आशंका?
Puri Jagannath Temple:इस घटना के बाद कई ज्योतिषाचार्य और श्रद्धालु इसे अशुभ संकेत मान रहे हैं। उनका कहना है कि इससे पहले भी जब ऐसी ही घटनाएं हुई थीं, तब बड़े बदलाव या आपदाएं आई थीं। उदाहरण के तौर पर, साल 2020 में मंदिर के ध्वज में बिजली गिरने से आग लग गई थी और कुछ ही समय बाद कोरोना महामारी का दौर शुरू हुआ था। वहीं 2022 में मंदिर के कुछ हिस्सों में दरारें आने की खबरें आई थीं और फिर राज्य की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ।
मंदिर प्रशासन की ओर से कोई पुष्टि नहीं
फिलहाल मंदिर समिति या प्रशासन की ओर से इस वायरल वीडियो पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। वहीं कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि यह ध्वज शायद जगन्नाथ मंदिर का नहीं, बल्कि आसपास किसी और छोटे मंदिर का हो सकता है। हालांकि, इस रहस्यमयी घटना ने लोगों की उत्सुकता जरूर बढ़ा दी है।
Puri Jagannath Temple: जगन्नाथ मंदिर के ध्वज का रहस्य
- जगन्नाथ मंदिर का ध्वज विज्ञान को चुनौती देता है। यह हवा की विपरीत दिशा में लहराता है। यानी हवा जिस दिशा में होती है उसके विपरीत दिशा में ध्वज लहराता है। ऐसे क्यों और कैसे होता है यह अपने आप में एक रहस्य है। यह घटना वैज्ञानिकों के लिए भी हैरानी का विषय है।
- जगन्नाथ मंदिर का ध्वज रोजाना बदला जाता है। मान्यता है कि जिस दिन यह ध्वज किसी भी कारण से नहीं बदला जाएगा तो यह स्थान आने वाले 18 सालों तक बंद रहेगा। अगर इस बीच मंदिर के कपाट खोले गए तो प्रलय भी आ सकता है। यह मान्यता लोगों को आश्चर्यचकित करती है। लोग इस रहस्य के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहते हैं। मंदिर के शिखर पर रोजाना एक पुजारी 45 मंजिल जितनी ऊंचाई पर चढ़ता है, और यह ध्वज बदलता है।
- एक पुरानी कहानी के अनुसार, एक बार एक भक्त ने सपने में देखा कि भगवान जगन्नाथ का झंडा फट गया है। इसके बाद, मंदिर के पुजारियों ने भी झंडे को उसी हालत में पाया, इसलिए, हर दिन एक नया झंडा फहराने की परंपरा शुरू हुई। यह परंपरा भगवान के प्रति सम्मान और भक्ति को दिखाती है। माना जाता है कि पुराना झंडा बुरी ऊर्जा को खींच लेता है, इसलिए उसे हटा दिया जाता है।
- मंदिर के ऊपर एक भारी सुदर्शन चक्र लगा है, इसका वजन लगभग 1000 किलोग्राम है। विज्ञान भी हैरान है कि यह चक्र इतनी ऊंचाई पर कैसे पहुंचा, जबकि उस समय तकनीक भी इतनी विकसित नहीं थी।