संस्कृति विभाग की डिप्टी डायरेक्ट और बैंक मैनेजर का बड़ा फर्जीवाड़ा, कभी भी हो सकती है कार्रवाई, डिप्टी डायरेक्टर सना हाफमेन ने फर्जी खाते में जमा कराई बड़ी रकम 


रायपुर:  छत्तीसगढ़ संस्कृति और पुरात्तवा विभाग में डिप्टी डायरेक्टर पद पर पदस्थ सना सोलन हाफमेन का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। रायपुर के मुजगहन थाने में 27 जून को सना सोलन हाफमेन के खिलाफ अपराध दर्ज के अनुसार सना सोलन हाफमेन ने नोटबंदी के समय IDBI बैंक मैनेजर के साथ मिलकर सिविल लाइन ब्रांच में फर्जी खाते खोले और उसमें बड़ी मात्रा में पुराने नोट की रकम जमा कराई। इस मामले में पुलिस ने सना हाफमेन और बैंक मैनेजर ने ऋषिराज अनेजा दोनों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। लेकिन चौंकाने वाली बात है की अभी तक शासन की ओर से सना हाफमेन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है वह अब भी वित्तीय जिम्मेदारी संभाल रही है

रिपोर्ट के अनुसार सना हाफमेन ने यह फर्जी खाते में विदेश में रह रहे अपने पति के नाम से खोले। पति ए राजू जब विदेश से वापस आया तो बैंक स्टेटमैंट देखकर फर्जीवाड़े का पता चला और पति ने ही थाने में इसकी शिकायत दर्ज करने आवेदन दिया। जब इस मामले में थाने में एफआईआर दर्ज नहीं हुई तो पति ने कोर्ट में केस दर्ज किया और कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने सना हाफमेन और बैंक मैनेजर ऋषिराज अनेजा के खिलाफ अपराध दर्ज किया।

यहां देखें FIR की कॉपी

 

और कितने फर्जी खाते, क्या यह भ्रष्टाचार का पैसा था

पुलिस अब इस मामले को गंभीरता से ले रही है और इस बात की जांच की जा रही है की सना हाफमेन और ऋषिराज अनेजा ने मिलकर कहीं और फर्जी खाते तो नहीं खोले हैं और उसमें लाखो रुपए जमा कराए है। पुलिस इस बात की आशंका जाहिर कर रही है सरकारी अधिकारी को आखिर फर्जी खाता खोलने की जरुरत क्यों पड़ी। क्या यह पैसा भ्रष्टाचार का था जो छिपाने के लिए सना हाफमेन ने इसे फर्जी अकाउंट में जमा कराया। ताकि वह इनकम टैक्स की नजर से बच सके।

कोर्ट से भी मिला झटका 

फर्जीवाड़े की आरोप सना हाफमेन और बैंक मैनेजर ने ऋषिराज अनेजा ने अपराध दर्ज होने के बाद कोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है। अब कभी भी दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की जा सकती है।

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