रायपुर में भारतमाला मुआवजा घोटाले में हरमीत सिंह खनूजा का फर्जीवाड़ा आया सामने, कोलर गांव के किसान की जमीन खरीदकर किया करोड़ों का घोटाला

Bharatmala Project Scam Case : रायपुर में भारतमाला मुआवजा घोटाले के मास्टर माइंड हरमीत सिंह खनूजा का नया कांड सामने आया है। घोटाले के मास्टर माइंड हरमीत सिंह खनूजा ने धमतरी के कोलर गांव के किसान दुखुराम साहू की जमीन झांसा देकर खरीद ।इस मामले में जिला पंचायत सदस्य अन्नु तारक ने किसान का परिचय हरमीत सिंह से कराया था। अन्नु तारक उस समय सरपंच थे। हरमीत और अन्नु के परिचित निखिल अंबिलकर ने किसान से एग्रीमेंट किया, एंग्रीमेंट में लिखा गया की आगे जमीन से भारतमाला परियोजना आ सकती है ऐसे में मुआवजा या सरकार से जो भी राशी मिलती है उस हरमीत का ही अधिकार होगा। ये पूरा खेल मार्च 2021 में यानी की अधिसूचना जारी होने के बाद अवैध तरीके से किया गया।

दुखूराम साहू की पासबुक की प्रति
दुखूराम साहू की पासबुक की प्रति
हरे और नीले रंग में मार्क की गई रकम हरमीत सिंह खनूजा के खाते में धोखाधड़ी कर दुखूराम के खाते से ट्रांसफर की गई
हरे और नीले रंग में मार्क की गई रकम हरमीत सिंह खनूजा के खाते में धोखाधड़ी कर दुखूराम के खाते से ट्रांसफर की गई

हरमीत सिंह द्वारा किए गए एग्रीमेंट की कॉपी
हरमीत सिंह द्वारा किए गए एग्रीमेंट की कॉपी
एग्रीमेंट में तत्कालीन सरपंच अन्नू तारक जो अब जिला पंचायत सदय है वो गवाही थे, अन्नू तारक के हस्ताक्षर एग्रीमेंट में स्पष्ट है
एग्रीमेंट में तत्कालीन सरपंच अन्नू तारक जो अब जिला पंचायत सदय है वो गवाही थे, अन्नू तारक के हस्ताक्षर एग्रीमेंट में स्पष्ट है

पीड़ित परिवार को इसकी कुछ दिनों पहले हुई जिसके बाद दोनों हरमीत सिंह और उसके साथियों के खिलाफ शिकायत कर रहे हैं। हरमीत सिंह के अलावा रायपुर के तेलीपारा, हनुमान मंदिर के निखिल अंबिलकर नामक आदमी से भी दुखुराम का एग्रीमेंट किया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार यह अन्नु तारक का व्यक्ति है, जिसने उसके कहने पर एग्रीमेंट किया।

दुखुराम साहू ने बताया की अन्नु तारक ने ही उसे हरमीत खनूजा से मिलाया था। इन लोगों की महासमुंद के ICICI ब्रांच में ऐसी साठगांठ थी की बैंक कर्मचारी ने घर पहुंचकर खाता खुलवाया। इसके बाद चैकबुक में साइन करवा लिए और लौट गया।

Bharatmala Project Scam Case : एग्रीमेंट होने के बाद बाद हरमीत सिंह ने अधिकारियों के साथ मिलकर जमीन का 10 टुकड़ों में बटांकन कराया। इस फर्जीवाड़े के पहले जमीन का सही मुआवजा सिर्फ 57 लाख रुपए बन रहा था, लेकिन फर्जीवाड़े के बाद मुआवजा 3 करोड़ 43 लाख रुपए पहुंच गया।

कुछ दिनों बात मुआवजा किसान के खाते में आया जिसके बाद टुकड़ो में हरमीत ने उसे जानकारी दिए बिना ही 3 करोड़ 54 लाख रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए। ट्रांसफर की गई राशी लाखों में थी जिसकी जानकारी एक बार भी किसान को नहीं दी गई। दो साल में टुकूड़ों में सिर्फ 95 लाख रुपए दुखुराम को उसकी ड़ेढ एकड़ जमीन के लिए दिए गए। बाकि पैसों का बंदरबांट हरमीत सिंह और उसके साथियों ने कर लिया।

Bharatmala Project Scam Case :

हरमीत सिंह खनूजा के खाते में इन तारीखों में ट्रांसफर किया गया पैसा

15 सितंबर 2011- 1,23,00,000

17 सितंबर 2011 – 50,00,000

20 सितंबर 2011 – 50,00,000

25 सितंबर 2011 – 9,50,000

25 सितंबर 2011 – 71,70,000

20 सितंबर 2011 – 50,00,000

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कुल 3 करोड़ 54 लाख 20 हजार रु.