जिले में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति के कोरोना टैस्ट का प्रस्ताव, कलेक्टर लेंगे निर्णय
- मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने कलेक्टर को भेजा है प्रस्तवा
- जिले की सीमा में कोविड टैस्ट सेंटर बनाने का प्रस्ताव
- शहर में हर दिन आते हैं दो लाख से ज्यादा लोग, कैस होगी जांच
रायपुर- ठंड के साथ लौटती कोरोना की लहर को रोकने के लिए रायपुर जिला प्रशासन बड़ा कदम उठा सकता है।रायपुर की मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने कलेक्टर को प्रस्ताव भेजा है की राजधानी पहुँचने वाले हर प्रवेश मार्ग पर कोरोना टेस्ट का चेक प्वाइंट बनाए जाने का विचार किया जाए। ताकि कम से कम संक्रमित लोग रायपुर में प्रवेश कर सके और
राजधानी में कोरोना की दूसरी लहर को रोका जा सके।
राजधानी की सीएमएचओ मीरा बघेल ने इस प्रस्ताव कलेक्टर भारती दासन को भेजा है।प्रस्ताव में उल्लेखित है कि, राजधानी में प्रवेश करने वालों को प्रवेश के पहले इन रास्तों पर कोविड टेस्ट चेक प्वाइंट बनाने से पहचान और फिर आवश्यकता पड़ने पर उपचार की व्यवस्था में सुविधा होगी,
और संक्रमण के संभावित फैलाव से भी बचा जा सकेगा।
बाहर से आने वाले व्यक्ति का एंटीजेन टेस्ट किया जाए और पाजिटिव पाए जाने पर उसे मूल जीले भेजकर आइसोलेशन और इलाज मुहैया करया जाएगा। हालांकि यह प्रस्ताव अव्यहारिक लगता है लेकिन जैसे की देश की राजधानी दिल्ली और NCR कोरोना
की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उससे लगता है की अन्य प्रदेशों को भी जल्द ही संक्रमण रोकने पुख्ता इंतजाम करने होंगे ।
हालांकि
कलेक्टर ने कहा है की संबंधित विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा। ऐसे में देखना होगा की कलेक्टर की ओर से क्या निर्णय लिया जाता है….और शहर आने वाले लाखों लोगों के टेस्ट की क्या तैयारी की जाती है।