तुम मुझे खुश करोगी तभी मैं… महिला खिलाड़ी के साथ खेल परिसर में ही गंदा काम, जानें क्या है माजरा
Accused Of Harass Player पटना: बिहार भारोत्तोलक संघ के एक पूर्व पदाधिकारी पर एक महिला खिलाड़ी का यौन उत्पीड़न का प्रयास करने के आरोप में एक मामला दर्ज किया गया है।पुलिस ने बताया कि घटना शनिवार अपराह्न करीब एक बजे पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स स्थित संघ के कार्यालय में हुई। उन्होंने बताया कि महिला भारोत्तोलक ने कंकड़बाग थाने में एक शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि पूर्व पदाधिकारी ने संघ के कार्यालय के अंदर उसका यौन उत्पीड़न करने का प्रयास किया। कंकड़बाग थाने के प्रभारी नीरज कुमार ठाकुर ने कहा, ‘पीड़िता की शिकायत के आधार पर एक मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की आगे जांच की जा रही है।’
महिला खिलाड़ी से शर्मनाक करतूत
Accused Of Harass Player बिहार के खेल जगत में हड़कंप मच गया है। महिला खिलाड़ी ने कंकड़बाग थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें अधिकारी पर धमकी देने का भी आरोप लगाया गया है। महिला, जो एक पूर्व राज्य स्तरीय भारोत्तोलक और लेवल 2 की तकनीकी अधिकारी हैं, उनका दावा है कि उन्हें वर्षों से राज्य और राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से बाहर रखा गया है।
बिहार वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष पर आरोप
Accused Of Harass Player पीड़िता ने बताया कि वह योजना एवं विकास विभाग और बिहार वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अरुण कुमार केसरी से अपने करियर के बारे में बात करने के लिए संपर्क किया था। अरुण केसरी ने शुरू में उन्हें शुक्रवार को पाटलिपुत्र खेल परिसर स्थित कार्यालय में बुलाया। बाद में उन्होंने अपना कार्यक्रम बदलकर शनिवार को मीटिंग तय की, यह बताते हुए कि वे राजगीर में किसी काम से जा रहे हैं।
Accused Of Harass Player कंकड़बाग थाने में मामला दर्ज
शनिवार को जब महिला खिलाड़ी कार्यालय पहुंची तो अरुण केसरी वहां अकेले थे। बातचीत के दौरान, उन्होंने कथित तौर पर उससे कहा कि तुम मुझे खुश कर दो वरना तुम्हें किसी भी प्रतियोगिता में काम नहीं करने दूंगा और तुम्हारा करियर बर्बाद कर दूंगा। महिला खिलाड़ी ने बताया कि जब उसने उनकी बात मानने से इनकार किया तो उन्होंने उसके साथ जबरदस्ती अश्लील हरकतें की। उन्होंने अपना पूरा कपड़ा उतार दिया। घबराई हुई महिला किसी तरह वहां से भाग निकली और पुलिस को फोन किया। हालांकि, पुलिस के आने से पहले ही अरुण केसरी कार्यालय बंद करके फरार हो गए।