राष्ट्रपति मुर्मू ने विधानसभा में रजत जयंती कार्यक्रम को किया संबोधित, कहा- ‘छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं’

Draupadi Murmu Chhattisgarh Visit रायपुरः-राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज सोमवार को छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मु छत्तीसगढ़ विधानसभा (विस) में आयोजित रजत जयंती कार्यक्रम में शामिल हुईं। उन्होंने छत्तीसगढ़ विधानसभा में आयोजित रजत जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी का अभिवादन ‘जय जोहार’ के साथ किया।
राष्ट्रपति मुर्मु ने छत्तीसगढ़िया ‘सबले बढ़िया’ कहते हुए सभी को दी बधाई
Draupadi Murmu Chhattisgarh Visit उन्होंने छत्तीसगढ़िया ‘सबले बढ़िया’ कहते हुए सभी को रजत जयंती वर्ष की ‘गाड़ा-गाड़ा’ बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस विधानसभा में आकर ये मान्यता और भी मजबूत हो जाती है कि छत्तीसगढ़िया ‘सबले बढ़िया’। छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं विद्यमान हैं।
छत्तीसगढ़ विधानसभा ने श्रेष्ठ उदाहरण किया प्रस्तुत
Draupadi Murmu Chhattisgarh Visit राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में 25 वर्षों में कभी भी मार्शल का उपयोग नहीं हुआ है। छत्तीसगढ़ विधानसभा ने श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत किया है। इस सदन में 19 महिलाएं भी हैं। महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से भी ज्यादा है।
छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं विद्यमान हैं।
राज्य के आप सब नीति-निर्माताओं पर विकास और प्रकृति के बीच संतुलन स्थापित करने की ज़िम्मेदारी है। इसके साथ ही समाज के सभी वर्गों को आधुनिक विकास-यात्रा से जोड़ना भी आपका उत्तरदायित्व है। pic.twitter.com/CGnkDCZN1L— President of India (@rashtrapatibhvn) March 24, 2025
छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं विद्यमान
उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ विधानसभा को मातृशक्ति का रूप कह सकते हैं। सभी महिला विधायक महिलाओं को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करें। श्रेष्ठ छत्तीसगढ़ का निर्माण करना है। छत्तीसगढ़ विधानसभा ने समावेशी कल्याण के लिए अनेक विधेयक पारित किए। अंधविश्वास से मुक्ति दिलाने को अहम विधेयक लाया गया। छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं विद्यमान हैं। यहां के लोक संस्कृति की पूरे देश में सराहना होती है। इंद्रावती, शिवनाथ, महानदी का आशीर्वाद प्राप्त है।
छत्तीसगढ़ आधुनिक विकास की दिशा में काम कर रहा है
Draupadi Murmu Chhattisgarh Visit छत्तीसगढ़ आधुनिक विकास की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से मुझे काफी लगाव है। हम भी रायपुर को अपना ओडिशा का हिस्सा मानते हैं। परिसीमन की सीमा है, लेकिन दिल की कोई दीवार नहीं है। जगन्नाथ जी पूरे विश्व के हैं।

