Chhattisgarh News: छत्‍तीसगढ़ में नए सरकारी कॉलेज खुलेंगे, जानें दिव्‍यांगों के लिए सरकार का क्‍या है बड़ा प्‍लान!

government colleges : छत्‍तीसगढ़ के दिव्‍यांगजनों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब उन्‍हें छत्‍तीसगढ़ सरकार शिक्षा के क्षेत्र में विशेष सुविधाएं देने जा रही है। दिव्‍यांग छात्रों की पढ़ाई के लिए अलग से कॉलेज की व्‍यवस्‍था सरकार करने का प्‍लान बना रही है। प्रदेश के सभी संभागों में जल्‍द ही सरकारी दिव्‍यांग कॉलेज खोले जाएंगे। इसको लेकर सरकार प्‍लान बना रही है। यदि यह प्‍लान धरातल पर आया तो हर संभाग में एक दिव्‍यांग कॉलेज होगा। वहीं दिव्‍यांगों को इन कॉलेजों में विशेष सुविधाएं भी उपलब्‍ध कराई जाएगी।

छत्तीसगढ़ की विष्‍णुदेव साय सरकार का एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है। प्रदेश के सभी संभागों में दिव्यांग कॉलेज खोलने की तैयारी सरकार के द्वारा की जा रही है। कॉलेज खोलने की योजना की प्लानिंग भी सरकार कर रही है। हालांकि इसके लिए अभी सीएम विष्‍णुदेव साय से मंत्री ने चर्चा नहीं की है। इसकी चर्चा सीएम से होने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

महिला बाल विकास मंत्री ने की घोषणा

government colleges बता दें कि छत्‍तीसगढ़ महिला-बाल विकास एवं समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने शनिवार को दिव्‍यांगों के लिए बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि कॉलेज खोलने की योजना पर प्लानिंग कर रहे हैं। इसकी चर्चा मुख्यमंत्री से करना है। इसके बाद आगे काम शुरू किया जाएगा।

21 जिलों में दिव्‍यांग स्‍कूल चल रहे

उन्‍होंने बताया कि छत्‍तीसगढ़ में वर्तमान में रायपुर में ही एकमात्र दिव्यांग कॉलेज है। इसके अलावा 33 जिलों में से करीब 21 जिलों में कुछ स्‍कूल ऐसे हैं जो दिव्यांगों के लिए चलाए जा रहे हैं। मंत्री राजवाड़े ने बताया कि राज्‍य के सभी जिलों में दिव्यांग स्कूल खोलने के लिए भी प्‍लानिंग की जा रही है।

government colleges छत्‍तीसगढ़ में 7 लाख दिव्‍यांग

government colleges मंत्री ने जानकारी दी कि दिव्‍यांगों को कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा भी प्रदान करेंगे। उन्‍होंने बताया कि राज्‍य में अलग-अलग श्रेणियों के करीब 7 लाख दिव्यांग हैं। इनमें कई दिव्‍यांग (Chhattisgarh News) ऐसे भी हैं, जो कि उनके आसपास के जिलों या संभाग में कॉलेज नहीं होने से वे 12वीं के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर पाए हैं। इससे उन्‍हें मजबूरी में पढ़ाई छोड़ना पड़ी। इसको देखते हुए दिव्‍यांगों के लिए स्‍कूल और कॉलेज की संख्‍या में बढ़ोतरी करने की मांग लगातार की जा रही है। उन्‍होंने कहा कि यह पहल दिव्‍यांगों के लिए बेहतर भविष्‍य दी दिशा में आने बढ़ने के लिए कारगार सबित होगी।

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