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सातवीं क्लास के बच्चे ने की आत्महत्या, ऑनलाइन गेम में हार था 2800 रुपए। डाँट के बाद फंदे पर झूला

Student Commits Suicide : मध्य प्रदेश के इंदौर में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। 7वीं क्लास में पढ़ने वाले एक बच्चा ऑनलाइन गेम में पैसा हार गया जिसके बाद उसने सुसाइड कर लिया। बताया जा रहा है कि उसे डर था कि जब इसकी जानकारी माता पिता को लगेगी तो उसको डांट पड़ेगी।

Student Commits Suicide

दरअसल, गुरुवार की रात अनुराग नगर का रहने वाला आकलान जैन क्लास 7वीं का छात्र था। वह ऑनलाइन गेम खेलने का आदी था। रात को वह फ्री फायर गेम में रुपए हार गया था। पुलिस ने बताया कि आकलान के दादाजी ने उसे पंखे से लटका हुआ देखा तो तुरंत अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच में पता चला कि आकलान ने ‘फ्री फायर’ गेम में 2,800 रुपये हार गया था।

Student Commits Suicide : एमआईजी क्षेत्र के अनुराग नगर में रहने वाले छात्र अंकलन जैन ने गुरुवार रात सुसाइड कर लिया। सबसे पहले दादा ने उसे फंदे पर लटका देखा। परिजन तुरंत बेटे को नीचे उतारकर डीएनएस अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए एमवाय अस्पताल ले जाया गया। यहां परिजनों ने बेटे के नेत्र दान कर दिए।

मां का डेबिट कार्ड गेम से लिंक किया टीआई सीबी सिंह ने बताया कि अंकलन के पास बिना सिम वाला मोबाइल था, जो वाई-फाई से जुड़ा था। उसने गेमिंग आईडी से अपनी मां का डेबिट कार्ड लिंक कर रखा था, जिससे रुपए ट्रांजेक्ट हुए थे। हारने के बाद अंकलन ने मां अपूर्वा को यह जानकारी दी थी, उसे डर था परिजन इस बात को लेकर डांटेगे। इसके बाद उसने इस तरह का कदम उठा लिया। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पोस्टमार्टम करने के बाद शव परिजनों को सौंपा गया है। मासूम का 30 जुलाई को ही जन्मदिन था और बड़े जोर शोर से उसका जन्मदिन मनाया गया था।

परिजनों ने बताया कि अकलंक जैन 7वीं कक्षा का छात्र था। वह ऑनलाइन गेम अपनी मां के मोबाइल में खेला करता था। 31 जुलाई को वह घर में बैठकर फ्री फायर गेम खेल रहा था। इसी दौरान गेम खेलते हुए 2800 रुपए मां के खाते से कट जाने के बाद अकलंक अपने कमरे में गया और उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब कई घंटे तक दरवाजा नहीं खुला तो परिजनों ने दरवाजा तोड़ कर देखा कि मासूम फांसी पर झूल रहा था। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।

इससे पहले भी मध्य प्रदेश में कई ऑनलाइन गेम के चलते बच्चों ने इस तरह का कदम उठाया है। सरकार ने कई ऑनलाइन गेम पर प्रतिबंध भी लगाया था। कई ऑनलाइन गेम के कारण अभी भी कई बच्चे चोरी छुपे एटीएम या फिर कभी क्रेडिट कार्ड से उन टास्क को पूरा करते हैं और रुपए चले जाने के बाद मां-बाप से चर्चा ना करते हुए वह इस तरह का भयानक कदम उठा लेते हैं।

Student Commits Suicide : पिता ऑटो पार्ट्स व्यापारी हैं अंकलन एक निजी स्कूल में कक्षा सातवीं का छात्र था। उसके पिता अंकेश जैन ऑटो पार्ट्स व्यापारी हैं, जिनकी छोटी ग्वालटोली और देवास नाके पर दुकान हैं। परिवार में उसका एक छोटा भाई भी है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

स्मार्टफोन बच्चों के लिए डेंजरस है, पेरेंट्स इन बातों का ध्यान रखें…

पेरेंट्स बच्चों को दें डिजिटल संस्कार, करें डिजिटल डिटॉक्स

  • 1 साल तक के बच्चों को मोबाइल से दूर रखें
  • बच्चों को ज्यादा देर स्क्रीन देखने के नुकसान बताएं
  • वर्चुअल स्क्रीन पर लोरी और गाने न दिखाएं
  • टाइमर सेट करके बच्चों के स्क्रीन टाइम को लिमिटेड करें
  • ज्यादा टाइम लेने वाले ऐप बच्चों के लिए लॉक करें
  • बेडरूम और डाइनिंग रूम को नो-मोबाइल जोन बनाएं
  • बच्चा जिद करे तो प्यार से समझाएं
  • क्रिएटिविटी और नॉलेज एक्टिविटी के लिए समय तय करें
  • बच्चों को माइंड गेम्स और नए टास्क देकर उन्हें बिजी रखें
  • डिजिटल स्क्रीन से हर आधे घंटे बाद 5-10 मिनट का ब्रेक दिलाएं
  • सोते समय मोबाइल फोन को डू नॉट डिस्टर्ब मोड में कर दें
  • हर दो घंटे में कुछ ऐसा करने का नियम बनाएं जो डिजिटल न हो
  • काम के बाद फोन स्विच ऑफ कर दें
  • टहलते समय अपना फोन या स्मार्टवॉच साथ लेने से बचें
  • 2022 में एक बच्चे ने किया था सुसाइड

बता दें कि ऑनलाइन गेमिंग की लत के कारण बच्चों के सुसाइड का यह पहला मामला नहीं है। 2022 में भोपाल में ‘फ्री फायर’ गेम के आदी 11 साल के बच्चे ने सुसाइड कर लिया था। उस घटना के बाद तत्कालीन गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने घोषणा की थी कि सरकार ऑनलाइन गेमिंग के लिए एक नया कानून लाएगी।