रंगीन मिजाज मास्टर साहब… लेडी टीचर को कार में घुमाने ले गया, शराब-सिगरेट पिलाकर की छेड़छाड़
जबलपुर। सालीवाड़ा क्राइस्ट चर्च स्कूल के प्रिंसिपल ने वहां पढ़ाने वाली एक शिक्षिका को अपने साथ घुमाने ले गया। उसे जबरन शराब और सिगरेट पिलाया। चलती कार में उसके साथ अश्लील हरकत की। विरोध करने पर उसे कार से उतार दिया। धमकाया कि किसी को कुछ बताया तो पिता और भाई के साथ बुरा हो जाएगा।
प्रिंसिपल शुरू से उस पर बुरी नजर रखता था। स्कूल में अकेले में केबिन में शिक्षिका को बुलता था। ‘आपका लुक अच्छा है’, ‘आपका ड्रेसिंग सेंस अच्छा है’, जैसे कमेंट करता था। प्रिंसिपल से परेशान शिक्षिका रविवार को महिला थाना पहुंची।
शून्य पर शिकायत पंजीबद्ध की गई। इसके बाद केस डायरी खमिरया थाना भेजी गई, जहां आरोपी नागरथ चौक मिशन कंपाउंड निवासी प्रिंसिपल क्षितिज सिरिल जैकब के विरुद्ध छेड़छाड़ सहित अन्य धाराओं के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध किया गया है। आरोपी प्रिंसिपल की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है।
घर के पास पहुंचा, फोन करके बुलाया और ले गया
शिक्षिका ने गत वर्ष से स्कूल में पढ़ा रही है। आरोपी प्रिंसिपल अक्सर उसे अपने केबिन अकेले में बुलाता था। बातों-बातों में उसे घूमने चलने का प्रस्ताव देता था। 16 सितंबर, 2023 को आरोपित कार से शिक्षिका के घर पास पहुंचा। उसे फोन किया।
शिक्षिका ने फोन नहीं उठाया। 29 सितंबर को आरोपी रात के समय शिक्षिका को फोन किया। उसके घर के पास मिलने को कहा। जहां से उसे अपनी कार में बैठाकर डुमना मार्ग ले गया।
कार में उसे जबरन सिगरेट और मदिरापान कराया। फिर छेड़छाड़ करने लगा। विरोध करने पर उसे वापस छोड़ा और किसी को कुछ ना बताने के लिए धमकाया।
प्रिंसिपल जेल पहुंचा तो प्रताड़ित हुई, नौकरी छोड़ी
घटना के बाद शिक्षिका ने प्रिंसिपल से बात करना कम कर दिया। इसी बीच, अवैध शुल्क वसूली और पुस्तकों में कमीशन पर प्रशासनिक कार्रवाई में प्रिंसिपल गिरफ्तार हो गया। कारागार में बंद प्रिंसिपल के इशारे पर तत्कालीन प्रभारी प्रिंसिपल शिक्षिका को प्रताड़ित करने लगी। उसकी कमियां निकाली जाने लगी। कारण बताओ पत्र जारी किया गया।
प्रताड़ना से तंग आकर उसने नौकरी छोड़ दी। खमरिया थाना प्रभारी गजवती पुषाम ने आरोपी प्रिंसिपल क्षितिज के विरुद्ध छेड़छाड़ सहित अन्य धाराओं के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध होने की पुष्टि की है।
बुलाकर नौकरी दी, फिर घुटने टेकने को किया मजबूर
जमानत पर छूटने के बाद आरोपी प्रिंसिपल ने शिक्षिका को फोन किया। ऑफिस जाकर स्कूल में पुन: सेवा आरंभ करने कहा। इस साल 27 अगस्त को महिला ने दोबारा नौकरी शुरू कर दी।
2 सितंबर को आरोपी ने भी स्कूल में प्रिंसिपल का पद पुन: संभाल लिया। आरोपी ने शिक्षिका तक खबर पहुंचाई कि वह शाम को घर जाने से पहले केबिन में आए। मुलाकात के बाद अन्य शिक्षिकाओं ने उसके लिए अपमानजक बातें की। इससे वह आहत थी। घटना के दो दिन बाद चार सितंबर को समस्त स्टाफ के सामने प्रिंसिपल ने उसे घुटने टेककर क्षमा मांगने का दंड दिया।