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Delhi Red Fort Blast Case: दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके में 10 लोगों की मौत, राजधानी में हाई अलर्ट का ऐलान, इलाके और सड़के पूरी तरह बंद

Delhi Red Fort Blast Case: नई दिल्ली। दिल्ली में लाल किले के पास एक ईको वैन में जबदस्त विस्फोट हुआ है। इसके बाद जहां पर अफरातफरी का माहौल बन गया है। इस धमाके में खबर लिखने तक 10 लोगों के मरने की जानकारी मिली है, जबकि 24 बुरी तरह से घायल हुए हैं। इनमें से कुछ लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है। मरने वाले लोगों के शवों को लोक नारायण जयप्रकाश अस्पताल (LNJP) भेजे गए। धमाका इतना जोरदार हुआ कि मौतों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम के साथ राहत एवं बचाव टीम मौके के लिए तुरंत रवाना हो गई थी। यह धमाका इतना तेज था कि 5-6 गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए थे।

Delhi Red Fort Blast Case: इस घटना की सूचना फायर ब्रिगेड को 6 बजकर 55 मिनट पर मिली थी। दिल्ली पुलिस की टीम ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले की पड़ताल के लिए फोरेंसिक और टेक्निकल एक्सपर्ट घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं। ये अधिकारी इसका पता लगाएंगे कि यह धमाका कैसे हुआ होगा?

सूत्रों के मुताबिक, लाल किले मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास यह धमाका हुआ है, जिसमें खबर लिखने तक 24 लोगों के घायल होने की जानकारी मिली है, जिन्हें एलएनजेपी अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।

Delhi Red Fort Blast Case: धमाके बाद पूरी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हाई अलर्ट का ऐलान कर दिया है। जिस प्रकार से ऐसे हालात बने है तो उससे प्रतित होता है कि यह बड़ी साजिश भी हो सकती है। इस घटना को देखते हुए पास के चांदनी चौक मार्केट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है और लाल किले के आसपास के पूरे इलाके और सड़कों पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं।

आपको बताते चलते है कि इस भीषण धमाके की वजह से सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ी हुई हैं। क्योंकि इस दर्दनाक हादसे से पहले दिल्ली से सटे फरीदाबाद में 2900 किलो अमोनियम नाइट्रेट मिली है। हालांकि, दोनों घटनाओं को जोड़कर देखने, जल्दबाजी होगी।

Delhi Red Fort Blast Case:

अमोनियम नाइट्रेट वही केमिकल है, जो आमतौर पर विस्फोटक बनाने में उपयोग किया जाता है। इस मामले की जांच में पाया कि यह अमोनियम नाइट्रेट अलग-अलग सूटकेसों और प्लास्टिक कंटेनरों में भरा हुआ था।