CM साय के गृह जिले में राशन के लिए फूट-फूट कर रोई आदिवासी महिला, सरपंच महिला लेकिन कर्ताधर्ता उसका पति-Video

Jashpur News रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के गृह जिले जशपुर के पत्थलगांव क्षेत्र में पहाड़ी कोरवा समुदाय बेहद गरीबी में अपना जीवन बिता रहा है। सरकारी वितरण योजना के तहत मिलने वाले राशन में अनियमितताओं की शिकायतें यहां आम हो गई हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें पूरा राशन नहीं मिल रहा है और राशन वितरण में भ्रष्टाचार हो रहा है। ग्राम पंचायत झिमकी में महिला सरपंच के पति ने अपने बेटे को राशन वितरण की जिम्मेदारी सौंपी है। आरोप है कि सरपंच के बेटे ने एक महिला से राशन के बदले 500 रुपये की मांग की। पीड़ित महिला, लता चौहान, अपने दुधमुंहे बच्चे के साथ राशन लेने आई थी और जब उसे 500 रुपये देने के लिए कहा गया, तो वह फूट-फूट कर रोने लगी।

लता चौहान ने बताया, चाउर नी देहन 500 रुपया दिहा ता चाउर मिलहि कहत हे। हमन गरीब आदमी कहां ले 500 देबो। इस घटना के बाद से पूरे गांव में आक्रोश का माहौल है। मीडिया की टीम ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। वहां 2 दर्जन से अधिक हितग्राही राशन ना मिलने से नाराज होकर बैठे हुए थे। महिलाओं ने बताया कि हर माह चावल का आबंटन कम आने की बात कह कर अधिकांश हितग्राहियों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ता है। कुछ को 35 किलो के फिंगरप्रिंट करवा कर 10 तो किसी को 20 किलो ही वितरण किया जाता है।

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इस मामले की जानकारी मिलने पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पत्थलगांव, आकांक्षा त्रिपाठी ने कहा, मामले की जानकारी मिली है। मैं तुरंत खाद्य निरीक्षक को भेज कर जांच करवाती हूं। खाद्य निरीक्षक पत्थलगांव अजय प्रधान ने कहा, मैं अभी बाहर था। गुरुवार को जांच कर सभी ग्रामीणों को राशन वितरण करवाता हूं। मामले में कोई दोषी पाया जाएगा तो उनके खिलाफ उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार कार्यवाही की जाएगी।

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