Chhattisgarh News: रायपुर: छत्तीसगढ़ पुलिस ने मोस्ट वांटेड वीरेन्द्र तोमर को ग्वालियर से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस रविवार को उसे रायपुर लेकर पहुंची। सूदखोरी, रंगदारी और अवैध हथियार रखने के मामले में गिरफ्तार हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह तोमर का पुलिस ने उसका जुलूस निकाला। इस दौरान उसकी चाल बदली हुई थी। वह लड़खड़ाते हुए चल रहा था। जिसके नाम की राजधानी रायपुर में काफी तूती बोलती थी वह पुलिस के सामने बेबस नजर आया।
पुलिस ने निकाली हेकड़ी
Chhattisgarh News: पुलिस ने रविवार को वीरेंद्र तोमर का जूलूस निकाला। फटी बनियान, हाथों में हथकड़ी पहने मोस्ट वांटेड वीरेन्द्र तोमर का पुरानी बस्ती थाना इलाके में जुलूस निकाला। जिस इलाके में कभी उसकी तूती बोलती थी वहीं वीरेन्द्र तोमर की हालत देख लोगों मजाक उड़ा रहे थे। पुलिस ने एक ही दिन में मोस्ट वांटेड की हेकड़ी निकाल दी थी। वह लंगड़ाते हुए चल रहा था। इस दौरान वह बेहोश होकर गिर भी गया था। जिसके बाद पुलिस के जवानों ने उसे संभाला।
अभी अभी भी फरार
Chhattisgarh News: पुरानी बस्ती थाने से वीरेन्द्र तोमर को लेकर पुलिस ACCU कार्यालय पहुंची। पुलिस ने यहां वीरेंद्र तोमर से पूछताछ की। वीरेन्द्र तोमर का भाई रोहित तोमर अभी भी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। दोनों भाइयों के खिलाफ रायपुर के अलग-अलग थानों में 16 से ज़्यादा मामले दर्ज हैं। इनमें इनमें चाकूबाजी, मारपीट, हत्या का प्रयास, धमकी, धोखाधड़ी और ब्लैकमेलिंग जैसे अपराध शामिल है।
Chhattisgarh News कौन है वीरेंद्र सिंह तोमर
वीरेंद्र सिंह को रूबी तोमर के नाम से भी जाना जाता है। वह रायपुर का आदतन अपराधी है। वह अपने छोटे भाई और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर सूदखोरी का काम करता था। वह कर्जदारों से मूलधन से ज्यादा ब्याज वसूलता। पैसा नहीं मिलने पर मारपीट करता और लोगों की संपत्ति पर कब्जा कर लेता था। किसी की गाड़ी अपने नाम कर लेता तो किसी की जमीन और मकान। वीरेंद्र सिंह तोमर पर पहला मामला 2006 में दर्ज हुआ था।
ग्वालियर से हुई थी गिरफ्तारी
वीरेन्द्र तोमर 5 महीने से फरार चल रहा था। पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका भी लगाई थी लेकिन कोर्ट ने खारिज कर दिया था। उसके बाद शनिवार रात को पुलिस ने उसे मध्य प्रदेश के ग्वालियर से गिरफ्तार किया।




