Raipur News रायपुर: सर्व हिंदू समाज की ओर धार्मिक कार्यक्रम गरबा में गैर हिंदू के प्रवेश वर्जित करने की मांग की जा रही है। हिंदू समाज की मांग को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने मंगलवार को आदेश जारी किया। वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने कहा कि नवरात्रि हिंदू समाज का पवित्र पर्व है। जिसमें जगत जननी मां दुर्गा की आराधना के साथ करोड़ों श्रद्धालु गरबा और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।
Raipur News डॉ. सलीम ने कहा कि गरबा कोई साधारण नृत्य कार्यक्रम नहीं है। यह देवी दुर्गा की आराधना के लिए किया जाने वाला भक्तिपूर्ण लोकनृत्य है, जो जीवन के चक्र और देवी की असीम शक्ति का प्रतीक है। यदि मुस्लिम समाज मूर्ति पूजा में आस्था नहीं रखता है तो उन्हें गरबा जैसे धार्मिक आयोजनों से दूर रहना चाहिए।
Raipur News बता दें कि प्रदेश के अलावा देशभर में गरबा स्थलों में गैर हिंदुओं के प्रवेश को लेकर विवाद चल रहा है। सर्व हिंदू समाज सनातनियों के अलावा गरबा में किसी को प्रवेश नहीं देना चाहता हैं। गरबा सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए मां दुर्गा की उपासना का पर्व है।
अनुमति लेकर कर सकते हैं गरबा
डॉ. सलीम राज ने कहा की यदि कोई मुस्लिम भाई-बहन वेशभूषा व परंपरा का सम्मान करते हुए समिति से अनुमति लेकर भाग लेना चाहते हैं, तो इसमें किसी को आपत्ति नहीं होगी। किंतु गलत नीयत से गरबा स्थलों में प्रवेश कर उपद्रव करने का प्रयास हिंदू समाज की भावनाओं को आहत करता है, जिससे सामाजिक सौहार्द को ठेस पहुंच सकती है।
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम ने कहा कि मुस्लिम युवाओं से अपील की कि वे ऐसे पवित्र धार्मिक आयोजनों से दूरी बनाए रखें। उन्होंने कहा कि प्रदेश की गंगा-जमुनी तहज़ीब का सम्मान करते हुए छत्तीसगढ़ में शांति, भाईचारे और सद्भाव बनाए रखें। इस्लाम शांति का प्रतीक है और हमें हर हाल में प्रदेश की अमन-चैन व भाईचारे को प्राथमिकता देनी चाहिए।