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रावतपुरा कालेज मामला- रेरा के अध्यक्ष और प्रोफेसर पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

Rawatpura College Corruption रायपुरः रावतपुरा मेडिकल कालेज मान्यता रिश्वत कांड मामले में फंसे छत्तीसगढ़ रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण (रेरा) के अध्यक्ष व रिटायर्ड आइएफएस संजय शुक्ला और आंबेडकर अस्पताल के पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर (हड्डी रोग विशेषज्ञ) डा. अतिन कुंडु पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है।

Rawatpura College Corruption केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) गिरफ्तार करने की तैयारी में जुटी है और अभियोजन स्वीकृति के लिए केंद्र और राज्य सरकार को पत्र लिखा गया है। अनुमति मिलते ही गिरफ्तारी होगी। वहीं सीबीआइ ने इस प्रकरण का आरोप पत्र कोर्ट में पेश कर दिया है। आरोप पत्र में रावतपुरा मेडिकल कालेज के चेयरमैन रविशंकर महाराज और कालेज के डायरेक्टर अतुल तिवारी का वाट्सएप चैट भी है। इसमें रेरा के चेयरमैन संजय शुक्ला, रायपुर मेडिकल कालेज के एसोसिएट प्रो. डा. अतिन कुंडू का जिक्र है।

  • मान्यता के लिए रिश्वत के लेन-देन का मामला
  •  निजी मेडिकल कालेज के ट्रस्टी हैं संजय शुक्ला

Rawatpura College Corruption सेवानिवृत्त आइएफएस अधिकारी संजय शुक्ला इस निजी मेडिकल कालेज में ट्रस्टी हैं, वहीं, डा. अतिन कुंडु को आंबेडकर अस्पताल से हटाकर जगदलपुर अटैच किया गया है। बताया जा रहा है कि दोनों अधिकारी गिरफ्तारी से बचने दोनों कानूनी सलाह ले रहे हैं और कोर्ट से अग्रिम जमानत लेने की तैयारी कर रहे हैं ।

इस मामले में अब तक आठ आरोपित राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद (एनएमसी) की सदस्य डा. मंजप्पा सीएन, डा. चैत्रा एमएस, डा. अशोक शेलके, सतीश ए, रविचंद्र के (डा. चैत्रा के पति) और अतुल कुमार तिवारी समेत दो अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है जबकि 27 अन्य लोगों की भूमिका की जाँच ज़री है। CBI हर पहलू की जाँच कर रही है ताकि आरिपियों को सजा दिलाई जा सके ।

Rawatpura College Corruption

सीबीआई इस मामले में कुछ दिन पहले ही आठ आरोपितों के खिलाफ 20 हजार पन्नों का चालान विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश कर चुका है। एजेंसी की जांच में सामने आया है कि रावतपुरा मेडिकल कालेज की मान्यता दिलाने और सीटें बढ़ाने को लेकर हुए रिश्वतकांड में कालेज के डायरेक्टर अतुल तिवारी के साथ ही संजय शुक्ला और डा. अतिन कुंडु की अहम भूमिका थी। मान्यता के लिए आए एनएमसी निरीक्षण दल के सदस्यों को रिश्वत देने का जिक्र भी किया गया है। यह बताया गया कि 55 लाख रुपये हवाला के जरिए गिरफ्तार आरोपितों को दिया गया था। देशभर के विभिन्न राज्यों के 35 लोगों को इस मामले में आरोपित बनाया गया है, जिनकी जांच रायपुर और दिल्ली की सीबीआई टीमें कर रही हैं।